top of page
The Faithbook Blog


महानायक खारवेल Ep. 10
( आर्य सुहस्तिसूरिजी सम्राट संप्रति और अपने मुनिवरों के साथ वार्तालाप करते हुए कहते है कि “स्वस्थ हो जाओ वत्स! आज मुझे तुझको और मेरे...
-
Oct 2, 20245 min read


Mahanayak Kharvel Ep. 9
Even there, without neglecting Pataliputra, I could not find relief. Amidst all this, I received another piece of news: my father, Kunal,...
-
Sep 15, 20246 min read


Mahanayak Kharvel 8
Arya Suhastisuriji was seated in one corner of the vast space where the revered ascetic Bhagavants were residing, This place was...
-
Aug 18, 20246 min read


महानायक खारवेल – 6
( खारवेल की चीख से पाटलीपुत्र का सभामंडप गूंज उठा।क्योंकि खारवेल ने मगध के शासन को कुचलकर कलिंग को स्वतंत्र करने की प्रतिज्ञा ली।सम्राट स...
-
Jul 28, 20247 min read


सुखी होना चाहते हो या दुःखी?
जापान का राजा बड़ा सा जहाज लेकर समंदर की सफर करने निकल पड़ा। सागर के जो टापू थे वह उनको देखने थे। साथ में बहुत सारे सेवकों और सहायकों को...
-
Jul 17, 20242 min read


आइस्क्रीम कितनी Healthy है...?
आइस्क्रीम, बरफ और नमक के संयोग से सांचे यंत्र द्वारा या मटके में हाथ से घुमाकर बनाई जाती है। जिससे... 1) असंख्य पानी के जीव तथा 2) असंख्य...
-
Jul 12, 20243 min read


महायनक खारवेल Ep. 4
( सम्राट संप्रत्ति ने अपने विशाल सेना के साथ मगध की राजधानी पाटलिपुत्र में प्रवेश किया। आर्य बलिस्सहजी के कहने पर खारवेल भी पाटलिपुत्र आ...
-
Jul 8, 20247 min read


Mahanayak Kharvel Ep. 3
( 276 years had passed since Lord Mahavira's nirvana. King Vriddharaj had been ruling for only a year, and during his reign, a child was...
-
Jun 30, 20248 min read


मुझे यह बात सबको बतानी है
छगन: “चिंटू! तू मेरी निजी बातें भले ही जान गया, लेकिन किसी को बताना मत। मैं तुझे चॉकलेट दिलाऊँगा।” चिंटू: “मुझे चॉकलेट पसंद नहीं है।”...
-
Jun 25, 20242 min read


टेटू तेरे चरणों में लेटू ? / या तुझे ही मेटू ( मिटा दूँ ) ???
‘यहाँ क्यों खड़े हो? भाईसाब!’ ‘मैं सब्ज़ी लेनें जा रहा था, लाईन देखी, तो खड़ा रह गया।‘ ‘क्या आप को पता भी है कि यह लाईन कहाँ जा रही है?’...
-
Jun 11, 202410 min read


धर्म में हमारी प्रगति क्यूं नहीं होती?
करुणा के सागर श्री अरिहंत परमात्मा ने अपने ज्ञान से जगत के जीवों को दुःख से त्रस्त देखकर, दुःख से हमेशा के लिए मुक्त होने का - शाश्वत...
-
Apr 24, 20243 min read
From the significance of daily rituals to the profound teachings of Jainism,
our blogs offer a treasure trove of knowledge
Languages:
Top Posts






Categories:
bottom of page

