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The Faithbook Blog


Temper : A Terror – 16
इंद्र विमान जैसा रथ राजमहल के प्रांगण में तैयार खड़ा हुआ था। धूमधाम से तैयारी चल रही थी। सद्गुरु के आगमन के समाचार राजा को मिलने के बाद...
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Apr 20, 20236 min read


Temper : A Terror – 15
(मंत्री मित्रानन्द शव के द्वारा कहे गए वचनों को भूल नहीं सकते थे, इसलिए राजा से मौंन अनुमति लेकर पाटलिपुत्र छोड़कर कहीं और चले गए।...
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Apr 20, 20235 min read


Temper : A terror – 14
(मंत्री मित्रानन्द शव के द्वारा कहे गए वचनों को भूल नहीं सकते थे, इसलिए राजा से मौंन अनुमति लेकर पाटलिपुत्र छोड़कर कहीं और चले गए।...
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Dec 12, 20214 min read


Temper : A Terror-12
(अमरदत्त और रत्नमंजरी के शादी के पश्चात राजपुरोहित के पास सेनाधिपति आए और राजा के अकाल मरण के दु:खद समाचार दिए। आगे क्या होता है पढ़िए।)...
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May 19, 20218 min read


Temper : A Terror – 11
(नगर में फैली हुई “मारी” वह दूसरी कोई नहीं मगर खुद की बेटी राजकुमारी रत्नमंजरी है, ऐसी शंका राजा के मन-मस्तिष्क में जब हो चुकी थी। तब इस...
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Apr 17, 20215 min read


Temper : A Terror – 10
(नगर में फैली हुई “मारी” वह दूसरी कोई नहीं मगर खुद की बेटी राजकुमारी रत्नमंजरी है, ऐसी शंका राजा के मन-मस्तिष्क में जब हो चुकी थी। तब इस...
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Apr 11, 202110 min read


Temper : A Terror – 9
( राजकुमारी रत्नमंजरी के हाथों में पत्र सौंपकर मित्रानंद पुनः वेश्या के घर लौट आया और तत्पश्चात आगे क्या होता है पढ़िए) चढ़ा हुआ मुंह...
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Apr 11, 20216 min read


Temper : A Terror – 8
(मित्र अमरदत्त की स्वप्नसुंदरी रत्नमंजरी के पास पहुंचने के लिए मित्रानन्द ने अक्का के पास से राजमहल का नक्शा लिया और पूरी जानकारी भी ली।...
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Apr 11, 20215 min read


Temper : A Terror – 7
(सोपारक नगर में रात भर जाग के मृतक की रक्षा की। नगर को मारी से बचाया। सेठ ने कहा था कि यदि तू रात भर जागकर मृतक की रक्षा करेगा तो तुझे ...
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Apr 11, 20215 min read


Temper : A Terror – 6
( पाटलिपुत्र आने के बाद नगर के प्रवेश के पूर्व एक भव्य प्रासाद के खंभे पर चित्र में अंकित स्त्री को देखकर अमर अत्यंत मोहित हो गया और उसे...
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Apr 10, 20216 min read


Temper : A Terror – 5
( पाटलिपुत्र आने के बाद नगर के प्रवेश के पूर्व एक भव्य प्रासाद को देखकर उस में प्रवेश कर किया । उस मंदिर के खंभे पर चित्र में अंकित...
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Nov 11, 20207 min read


Temper : A Terror – 4
नदी की किनारे पर वटवृक्षों का राज था, एक विशालकाय साँप की केंचुलीओं की तरह सर्वत्र वटवृक्षों की शाखाएँ फैली हुई थी। नदी का गम्भीर किन्तु...
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Sep 23, 20203 min read


Temper : A Terror – 3
बिजली के चमकारे की तरह अमरदत्त का बचपन देखते ही देखते पूरा हो गया। “अमर ! आज से तुम्हे विद्याभ्यास करने के लिए गुरुकुल में जाना है। और...
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Jul 27, 20206 min read


Temper: A Terror – 2
राजतापस के चेहरे पर आनन्द छा गया। ‘देखो ! कितना सुन्दर बालक है। एकदम आप पर गया है।’ राजतापसी ने राजतापस को सद्यः प्रसूत बालक को दिखाते...
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Jun 21, 20205 min read


Anger : A Terror
अमरदत्त एवं रत्नमंजरी के मस्तिष्क में अलग-अलग घटनाएं बहुत तेज गति से चलचित्र की भांति चलायमान हो रही थीं… सत्यश्री… क्षेमं-कर… चन्द्रसेन…...
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May 24, 20204 min read
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