Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj SahebSep 23, 20202 minThink Beyondअमीर महान या सज्जन ?एक बार चार युवक महान फिलोसोफर सॉक्रेटिस से मिलने गए। उनके साथ थोड़ी बात करने के बाद सॉक्रेटिस ने उनको पूछा : आपको भविष्य में क्या बनने की...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj SahebSep 23, 20204 minThink Beyondसंवत्सरी प्रतिक्रमण – भाव प्रतिक्रमणएक महिला टैक्सी में बैठी, ड्राइवर को गंतव्य स्थान बताया, टैक्सी उस स्थान पर पहुँची तो महिला ने किराया पूछा। टैक्सी वाला बोला, ‘50 रूपया’।...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj SahebJul 31, 20202 minThink BeyondAnguish – Settlement – Good LuckA construction to build a Mandir was going on. Someone asked one of the workers, “What are you doing?”. He replied, “I am breaking stones...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj SahebJul 13, 20202 minThink Beyondसंताप – समझौता – सौभाग्यएक मंदिर का निर्माण कार्य शुरू था। किसी ने मजदूर को पूछा “तु क्या कर रहा है?“ उसने कहा “पत्थर फोड़ने की मजदूरी कर रहा हूँ“ दूसरे मजदुर से...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj SahebJun 15, 20202 minThink Beyondसहिष्णुता से सिद्धगतिएक भाई मिलने के लिए आए, और बोले, “महाराज जी ! हमारा घर चौमुखी मन्दिर जैसा है।” मैंने पूछा, “कैसे?” तो वे बोले, “चौमुखी मन्दिर में चार...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj SahebMay 17, 20203 minThink Beyondसंकल्प से सिद्धिमोक्षेण योजनात् योग:। हमारा किया हुआ वो ही धर्म “योग” बन सकता हैं, जो हमें मोक्ष के साथ जोड़े। उसके लिए पूज्य महोपाध्याय श्री यशोविजयजी...