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The Faithbook Blog


गोडीजी का इतिहास – 6
काजलशा का काला कलेजा जिनमन्दिर के निर्माण में मात्र पत्थर ही नहीं लग रहे थे, बल्कि मेघाशा के मनोरथ भी लग रहे थे। प्रभु के आगमन से गोड़ी...
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Apr 25, 20235 min read


गोडीजी का इतिहास – 5
पारस प्रभु मेरे… मेघाशा हर्षित हृदय से भूदेशर की सीमा पर पहुँचा। अपनी कर्मभूमि के सामीप्य से उसका मन प्रसन्न हो गया। उसने अपने साले...
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Apr 24, 20236 min read


गोडीजी का इतिहास – 7
मेघाशा का महाप्रयाण सुव्रता के विवाह की शहनाई बज रही थीं, ढोल बज रहे थे। काजलशा ने अत्यन्त धूमधाम से विवाह करवाया। ऐसा आयोजन देखकर...
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Apr 18, 20235 min read


गोडीजी का इतिहास – 3
प्रभु का पुन:प्रागट्य हुसैन खान के आक्रमण से भयभीत हुए श्रेष्ठी खेतसिंह की तरह अनेक श्रेष्ठी अपने–अपने आवासों को छोड़कर पाटण को अलविदा कर...
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Dec 12, 20215 min read


गोडीजी का इतिहास – 2
आक्रमण और उत्थापन सभी का श्वास थम सा गया था। हृदय के धड़कनों की गति बढ़ती जा रही थी। जैसे-जैसे समाचार सुनने में आ रहे हैं, वैसे-वैसे सभी...
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Nov 4, 20214 min read


गोडीजी का इतिहास - 1
!! अथ श्री गोडी पार्श्वनाथजी की कथा !! अखिल विश्व में 23 वें तीर्थंकर श्री पार्श्वनाथ भगवान का प्रभाव अतिशय प्रख्यात है। प्रायः ऐसा कोई...
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May 19, 20215 min read


“सोशियल मिडीया पर शासन निंदा”
आज से वर्षों पहले यदि किसी व्यक्ति को विरोध करने का जुनून सवार हो जाता था, तो वह अपनी अन्तर्व्यथा गुमनाम रूप से पत्रिकाएँ छपवाकर उनके...
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Oct 28, 20204 min read


पर्युषण की यादें… कुछ खट्टी… कुछ मीठी….
अरिहंत भगवंत के द्वारा प्राप्त जिनशासन इतना अद्भुत-अनोखा-अप्रतिम है कि जहाँ निरन्तर आत्मा के ध्येय के साथ जुड़े हुए अनेक योग हमें प्राप्त...
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Sep 23, 20205 min read


मेरे प्यारे मित्र
यह दुनिया रिश्तों के रंगों से चहक उठती है। रिश्तों की खुशबू से ही ये जहाँ महक रहा है। उसमें भी दिल को जो रिश्ता खूब प्यारा और खुशमिज़ाज़...
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Aug 2, 202010 min read


पंचपरमेष्ठी का साक्षात्कार अर्थात् गुरुमाँ
जीवन में कभी भी अमृतपान न किया हो किन्तु फिर भी आम के रसास्वाद से जैसे अमृत की तृप्तता होती है, यथार्थ वैसे ही……पंचपरमेष्ठी के साक्षात्...
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Jul 12, 20207 min read


स्नेह, सत्व और सहिष्णुता का संगम : पिता
माता-पिता के प्रेम का मूल्यांकन करना हमारे बस की बात नहीं है। जिस प्रकार हमारी दोनों आँखों का महत्त्व एक समान है, उसी प्रकार माता और पिता...
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Jun 18, 20205 min read


Mom @ Unconditional Love
सृजनहार का सर्वोत्कृष्ट सृजन है – माँ। वात्सल्य-मूर्ति माँ के प्रेम की चाहत तो जगत के नाथ को भी होती है। श्री पार्श्वनाथ भगवान भी...
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May 10, 20206 min read
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